Fake Embassy: फर्जी दूतावास मामले में हर्षवर्धन जैन की डायरी से बड़ा खुलासा, कई देशों के लोगों के नाम और फोन नंबर दर्ज

Fake Embassy: गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के कविनगर में फर्जी दूतावास चलाने वाले हर्षवर्धन जैन के खिलाफ यूपी एसटीएफ और कविनगर पुलिस की कार्रवाई ने सनसनी मचा दी है। मंगलवार को छापेमारी के दौरान कोठी नंबर केबी-35 से बरामद एक डायरी ने हर्षवर्धन के काले कारनामों का पर्दाफाश किया है। इस डायरी में हर्षवर्धन के सफेदपोश और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों, विदेशी नागरिकों, और उनके बैंक खातों की जानकारी दर्ज है।
Fake Embassy: डायरी में विदेशी कंपनियों, बैंक खातों, और लेन-देन का ब्यौरा है, जिसमें कई देशों के लोगों के नाम, फोन नंबर, और पते शामिल हैं। हर्षवर्धन ने मॉरीशस, यूके, दुबई, और अफ्रीकी देशों में शेल कंपनियां बनाकर हवाला और धोखाधड़ी का जाल बिछाया था। डायरी में कोठी के 80 हजार रुपये मासिक किराए का जिक्र है, जिसका भुगतान हर्षवर्धन की पत्नी डिंपल जैन के खाते से हुआ। डिंपल दिल्ली के चांदनी चौक में चांदी और ज्वैलरी का कारोबार करती हैं, जिसकी जांच भी शुरू हो गई है।
Fake Embassy: एसटीएफ ने कोठी से 44.70 लाख रुपये नकद, 12 फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट, 18 डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट, विदेशी मुद्रा, और नकली दस्तावेज बरामद किए। हर्षवर्धन खुद को वेस्ट आर्कटिक, सैबोर्गा जैसे काल्पनिक देशों का राजदूत बताकर लोगों को ठगता था। उसका संबंध तांत्रिक चंद्रास्वामी और हथियार डीलर अदनान खशोगी से भी सामने आया है।
Fake Embassy: पुलिस ने कोठी के मालिक सुशील कुमार से पूछताछ की, जिन्होंने बताया कि कोठी चार महीने पहले किराए पर दी गई थी। हर्षवर्धन की नेम प्लेट और विदेशी झंडे जब्त कर लिए गए। कविनगर पुलिस अब हर्षवर्धन को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी, ताकि उसके नेटवर्क और ठगी के पैसों के स्रोत का पता लगाया जा सके। डीसीपी सिटी धवल जायसवाल ने कहा कि जांच में कई अहम सुराग मिले हैं, और कविनगर थाना इसकी गहन पड़ताल करेगा।.