International Tiger Day : सीएम बोले-भोपाल एकमात्र राजधानी जहां दिन में लोग और रात में बाघ सड़कों पर घूमते हैं

- Rohit banchhor
- 29 Jul, 2024
International Tiger Day : भोपाल। देश के टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर आयोजनों की धूम देखने को मिल रही है।
International Tiger Day : भोपाल। देश के टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर आयोजनों की धूम देखने को मिल रही है। बाघ दिवस के मौके पर राजधानी भोपाल के कुशाभाव ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजन में सीएम डॉक्टर मोहन यादव,वन मंत्री रामनिवास रावत सहित जनप्रतिनिधि शामिल हुए। इस मौके पर कन्वेंशन सेंटर में लगाई गई बाघ प्रदर्शनी का शुभारंभ कर सीएम ने अवलोकन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का तुलसी का पौधा भेंटकर स्वागत किया गया, साथ ही मोहन यादव ने कान्हा की कहानी पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया।
International Tiger Day : कार्यक्रम के बीच शॉर्ट फिल्म के जरिए बाघ समेत जंगली जानवरों की कहानी दिखाई गई। जिसमें सूरज की पहली किरण से अंधेरी रात तक का दृश्य फिल्माया गया था। जंगल में रहने वाले लोग और वन विभाग के कर्मियों को भी शॉर्ट फिल्म में शामिल किया गया था। इस बीच जंगल में सुबह का घना कोहरा और बहती हुई कल- कल नदियों के दृश्य को सबने सराहा। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने वन विभाग और पर्यटन के लिए अच्छा काम करने वाले वन कर्मियों को सम्मानित किया।
International Tiger Day : बाघ नाम से मन में भर जाता है रोमांच
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा की बाघ नाम लेते ही मन में रोमांच आ जाता है। भोपाल में दिन में लोग घूमते हैं और रात में बाघ घूमते हैं। देश के किसी राज्य की राजधानी ऐसी नहीं है। बाघों की संख्या में कम समय में हमने दोगुनी रफ्तार पकड़ी है। 25 लाख से ज्यादा पर्यटक हमारे पास बाघों के कारण आते हैं। सीएम ने कहा कि रामनिवास रावत हमें अच्छे जंगल के मंत्री मिल गए हैं। जंगल का राजा शेर थोड़ी ही है वो तो केवल दिखने वाला है। शेर और बाघ में सीएम ने बताया अंतर बोले– शेर खुद शिकार थोड़ी ही करता है वो तो दूसरों से करवाता है।
International Tiger Day : मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बाघ
सीएम डॉ मोहन यादव ने बाघ दिवस की बधाई देते हुए कहा कि एमपी और सौभाग्य शाली है यहां सबसे ज्यादा बाघ हैं भोपाल एकमात्र ऐसी राजधानी है जिसकी सीमा में बाघ घूमते हैं। हम और भी सुभाग्यशाली है पूरे एशिया में चीता नहीं पाए जाते लेकिन एमपी में हैं। नए टाइगर रिजर्व और सेंक्चुअरी जहां टाइगर नहीं हैं वहां भी व्यवस्था करेंगे। सीएम ने कहा कि चीता प्रोजेक्ट गति पकड़ रहा है जल्द ही आम लोगों के लिए खोला जाएगा । अभी गांधीसागर में चीते छोड़े जा रहे हैं। किंग कोबरा भी हमारे यहां विलुप्त है उसकी भी खोज और गणना होनी चाहिए।