MP News: कांग्रेस का आरोप, भाजपा शासकीय परिसरों का कर रही निजीकरण: मुकेश नायक

- VP B
- 20 Jul, 2024
नायक ने कहा कि मैं यह कहना चाहता हूं कि भाजपा किसी भी कीमत पर नर्सिंग घोटाले मामले से ध्यान भटकने की कोशिश न करे।
MP News: भोपाल। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आज पीसीसी दफ़्तर में मुकेश नायक ने कहा कि धर्म की आड़ में भाजपा अपने पापों को छुपाने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस ने आज पुलिस कमिश्नर को जाकर यह मेमोरेंडम दिया कि पूरे के पुरे शासकीय परिसरों का भाजपा निजीकरण कर रही है, निजी संपत्ति की तरह उसका उपयोग कर रही है। नायक ने कहा कि जिस दिन हम लोग नर्सिंग घोटाले को लेकर विश्वास सारंग के खिलाफ थाने पर एफआईआर करने गए, भाजपा कार्यकर्ता का थाने में जन्मदिन मनाया जा रहा था और उस जन्मदिन के उपलक्ष्य में उन्होंने सुंदरकांड का पाठ रखा था।
MP News: सुंदरकांड पाठ की तो आड़ ली गई, सुंदरकांड का तो पर्दा डाला, लेकिन उनका उद्देश्य था कि जैसे ही कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल थाने पर आएगा उस समय वह उसका विरोध करें और ऐसा ही हुआ। जो लोग सुंदरकांड का पाठ कर रहे थे रामायण को एक तरफ रख दिया और उल्टे-सीधे नारे लगाने शुरू कर दिया। एक दृश्य यह था कि जो सुंदरकांड करने वाले लोग थे उसमें से एक व्यक्ति ने उठकर एक जूता फेंका जो कांस्टेबल के मुंह पर जाकर लगा। सुंदरकांड पढ़ने के बाद इन लोगों को इतनी भी सद्बुद्धि नहीं आयी कि कैसा आचरण और कैसा व्यवहार करना चाहिए।
MP News: नायक ने कहा कि मैं यह कहना चाहता हूं कि भाजपा किसी भी कीमत पर नर्सिंग घोटाले मामले से ध्यान भटकने की कोशिश न करे। कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत और शक्ति के साथ आंदोलन करेगी और आंदोलन और आगे बढ़ेगा। आने वाले समय में यह आंदोलन कॉलेजों में होगा छात्रावासों में होगा और जो नर्सिंग घोटाले से पीड़ित हैं वे और उनके परिजन भी इस आंदोलन में व्यापक पैमाने पर शामिल होंगे। नायक ने कहा कि मैं भाजपा के लोगों से यह कहना चाहता हूं कि हर बात में धर्म का पर्दा डालना बंद करें, इनकी इन्हीं हरकतों के कारण यह प्रयागराज में चुनाव हार गए चित्रकूट में चुनाव हार गए बद्रीनाथ में चुनाव हार गए और ये अयोध्या में चुनाव हार गए। उन्होंने कहा कि भारत के जितने भी शीर्षस्थ आस्था और विश्वास के केंद्र स्थान है सब में बीजेपी की पराजय हुई है। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि यह धर्म के नाम पर गोरखधंधा बंद करें और जनता की भूख, गरीबी, अशिक्षा, अज्ञान और जैसे गंभीर मामलों के साथ उनके रोजगार, शिक्षा, महंगाई, खेत-खलियान और किसानों की समस्याओं पर फोकस करें।