पुलिस कांस्टेबल भर्ती घोटाला, 21 मामलों में 22 उम्मीदवारों पर FIR, CBI जांच से PHQ का इंकार

- Rohit banchhor
- 07 Jun, 2025
जांच में आधार कार्ड वेंडरों और सॉल्वरों को भी आरोपी बनाया गया है, जिसमें एक व्यक्ति ने कई उम्मीदवारों के लिए सॉल्वर के रूप में काम किया।
MP News : भोपाल। मध्य प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2023 में हुए बड़े पैमाने के फर्जीवाड़े को लेकर पुलिस मुख्यालय (PHQ) की ओर से भोपाल में प्रेस वार्ता आयोजित की गई। IG लॉ एंड ऑर्डर अंशुमान सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि अब तक 21 मामलों में 22 उम्मीदवारों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इनमें मुरैना में 7, शिवपुरी में 6, श्योपुर में 2, और इंदौर, दतिया, ग्वालियर, अलीराजपुर, राजगढ़, तथा शहडोल में 1-1 FIR शामिल हैं। जांच में आधार कार्ड वेंडरों और सॉल्वरों को भी आरोपी बनाया गया है, जिसमें एक व्यक्ति ने कई उम्मीदवारों के लिए सॉल्वर के रूप में काम किया।
IG अंशुमान सिंह ने बताया कि फर्जीवाड़ा आधार कार्ड में बार-बार अपडेट कर किया गया, जिसमें उम्मीदवारों ने सॉल्वरों की तस्वीरें और बायोमेट्रिक डेटा का इस्तेमाल किया। यह घोटाला चयन शाखा की सतर्कता और ज्वाइनिंग के दौरान उम्मीदवारों की जांच से उजागर हुआ। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक किसी सरकारी विभाग या कर्मचारियों की मिलीभगत का कोई सबूत नहीं मिला है। मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है, और चयन शाखा रोजाना जांच की मॉनिटरिंग कर रही है। प्रेस वार्ता में IG ने CBI जांच की मांग को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस की आंतरिक जांच पर्याप्त है और इसकी कोई आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने बताया कि सॉल्वर गैंग, जो मुख्य रूप से ग्वालियर, मुरैना, और भोपाल में सक्रिय था, ने उम्मीदवारों से 3 से 5 लाख रुपये तक वसूले। कुछ सॉल्वरों ने 13 से अधिक बार विभिन्न उम्मीदवारों की जगह परीक्षा दी। पुलिस ने अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें सॉल्वर, फर्जी उम्मीदवार, और आधार कार्ड ऑपरेटर शामिल हैं। अंशुमान सिंह ने कहा कि पुलिस हर पहलू की गहन जांच कर रही है, और विशेष जांच दल (SIT) की जरूरत नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।