PMO Seva Teerth: मोदी सरकार का बड़ा फैसला, अब 'सेवा तीर्थ' के नाम से जाना जाएगा
PMO PMO Seva Teerth: नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का नाम बदलकर ‘सेवा तीर्थ’ कर दिया है। जल्द ही PMO साउथ ब्लॉक की अपनी ऐतिहासिक इमारत से स्थानांतरित होकर नए, आधुनिक सेवा तीर्थ कॉम्प्लेक्स में शिफ्ट हो जाएगा। यह कॉम्प्लेक्स पहले सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब इसका नाम बदलकर ‘सेवा तीर्थ’ कर दिया गया है, जिसका उद्देश्य ‘सेवा और कर्तव्य’ की भावना को प्रतिबिंबित करना है।
PMO Seva Teerth: नए कॉम्प्लेक्स में तीन अत्याधुनिक इमारतें हैं सेवा तीर्थ-1, सेवा तीर्थ-2 और सेवा तीर्थ-3। इनमें से सेवा तीर्थ-1 प्रधानमंत्री कार्यालय का नया मुख्यालय बनेगी। वहीं सेवा तीर्थ-2 में कैबिनेट सेक्रेटेरिएट और सेवा तीर्थ-3 में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) का कार्यालय स्थापित होगा। शिफ्टिंग प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 14 अक्टूबर को कैबिनेट सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेना प्रमुखों के साथ सेवा तीर्थ-2 में एक महत्वपूर्ण बैठक भी की, जिससे स्पष्ट है कि नए कॉम्प्लेक्स में कामकाज प्रारंभ हो चुका है।
PMO Seva Teerth: सरकार का मानना है कि यह बदलाव सिर्फ नाम का परिवर्तन नहीं, बल्कि प्रशासनिक संस्कृति में व्यापक सुधार का संकेत है। इससे पहले 2016 में PM मोदी ने अपने आवास का नाम 7 रेस कोर्स रोड से बदलकर 7, लोक कल्याण मार्ग किया था। बाद में 2022 में राजपथ का नाम कर्तव्य पथ किया गया। ‘सेवा तीर्थ’ अत्याधुनिक तकनीक से लैस रहेगा, जिससे फाइल निपटान, समन्वय और निर्णय प्रक्रिया और तेज होगी। PMO का यहां शिफ्ट होना न केवल एक ऐतिहासिक कदम है बल्कि भारत सरकार के कामकाज में आधुनिकता के नए दौर की शुरुआत भी मानी जा रही है।

