Bihar Assembly Elections: बिहार में सियासी दलों के साथ इलेक्शन कमीशन की बैठक खत्म, फिक्स हो गई विधानसभा चुनाव की तारीख ?

- Rohit banchhor
- 04 Oct, 2025
कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्य में छठ और दिवाली के ठीक बाद चुनाव हो सकते हैं।
Bihar Assembly Elections: नई दिल्ली/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग की टीम बिहार के दौरे पर है। शनिवार को टीम ने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। CEC ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी के साथ-साथ बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंज्याल भी शामिल हुए।
इस बैठक में पारदर्शी, निष्पक्ष और सामंजस्यपूर्ण चुनाव कराने जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। चुनाव आयोग ने स्पष्ट रूप से कहा कि राजनीतिक दल लोकतंत्र की नींव हैं और चुनावी प्रक्रिया के हर चरण में उनकी सक्रिय भागीदारी बेहद ही आवश्यक है।
SIR की हुई जमकर सराहना
राजनीतिक दलों ने चुनावी प्रक्रिया में सुधार के लिए चुनाव आयोग द्वारा उठाए गए कदमों की भी सराहना की। कई राजनीतिक दलों ने मतदाता सूची के शुद्धिकरण के लिए लागू की गई एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) प्रक्रिया की विशेष रूप से सराहना की, क्योंकि इससे मतदाता सूची में विसंगतियां दूर हुईं।
राजनैतिक दलों ने की ये मांग
इसके अलावा, प्रति मतदान केंद्र मतदाताओं की संख्या 1,200 तक सीमित करने के निर्णय की भी राजनीतिक दलों ने सराहना की। विशेष रूप से बिहार के संदर्भ में, दलों ने सुझाव दिया कि मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए चुनाव प्रचार छठ पर्व के ठीक बाद आयोजित हों और सरल एवं सुलभ प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए चरणों की संख्या कम की जाए।
बैठक में, राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग द्वारा हाल ही में डाक मतपत्रों की गिनती और फॉर्म 17सी के प्रावधानों जैसे सुधारात्मक उपायों की भी सकारात्मक रूप से सराहना की। सभी दलों ने आयोग में पूर्ण विश्वास व्यक्त किया और स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने में अपना पूर्ण सहयोग देने की बात कही।
कब तक हो सकते हैं चुनाव
गौरतलब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम बिहार के दो दिवसीय दौरे पर है और उम्मीद है कि चुनाव आयोग दौरे से लौटने के बाद बिहार चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्य में छठ और दिवाली के ठीक बाद चुनाव हो सकते हैं।