UP News : यूपी में बनेगा देश का पहला AI बेस्ड यूनिवर्सिटी कैम्पस, CM योगी करेंगे शुभारंभ

UP News : लखनऊ। उत्तर प्रदेश अब उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल के साथ देशभर में उदाहरण बनने जा रहा है। लखनऊ-उन्नाव मार्ग पर देश का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित विश्वविद्यालय कैम्पस तैयार किया जा रहा है, जिसे चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी द्वारा स्थापित किया जा रहा है।
इस अत्याधुनिक और तकनीक-संचालित कैम्पस का उद्घाटन 27 जुलाई 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। 100 एकड़ में फैला यह यूनिवर्सिटी कैम्पस पूरी तरह से AI तकनीक पर आधारित होगा, जहां पढ़ाई के सभी आयाम शिक्षण, पाठ्यक्रम निर्माण, मूल्यांकन और प्रशासन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संचालित होंगे।
यह भारत में उच्च शिक्षा का भविष्य तय करने वाला पहला प्रयोग होगा। शैक्षणिक सत्र 2025-26 से शुरू होने वाले इस विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग, बिजनेस, हेल्थ एंड लाइफ साइंसेज़, ह्यूमैनिटीज, लिबरल आर्ट्स और लीगल स्टडीज़ जैसे छह प्रमुख विषयों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रारंभ होंगे। अभी तक 2000 से अधिक छात्र पंजीकरण कर चुके हैं, जो इस नवाचार के प्रति गहरी रुचि दर्शाता है।
उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने जानकारी दी कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी भारत की टॉप-5 यूनिवर्सिटीज में शामिल है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी मान्यता है। उन्होंने बताया कि “मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में राज्य में निवेश के लिए सकारात्मक वातावरण तैयार हुआ है, जिससे देश-विदेश की प्रतिष्ठित संस्थाएं अब यूपी की ओर आकर्षित हो रही हैं।”
कैपजेमिनी के कार्यकारी उपाध्यक्ष मुकेश जैन ने इस परियोजना की सराहना करते हुए कहा कि “AI न केवल मौजूदा नौकरियों को बदल रहा है, बल्कि यह नई नौकरियों और करियर के विकल्पों के द्वार भी खोल रहा है। ऐसा कैम्पस युवाओं को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेगा।”
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने बताया कि यह यूनिवर्सिटी कैम्पस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के AI पर आधारित विकास दृष्टिकोण से प्रेरित है। उन्होंने कहा, “यह संस्थान न केवल शिक्षा में नवाचार लाएगा, बल्कि उत्तर भारत के छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे लाने का काम करेगा।” पिछले तीन वर्षों में यूपी में 20 निजी और 8 सरकारी विश्वविद्यालय स्थापित किए जा चुके हैं।
राज्य सरकार का लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण, सुलभ और आधुनिक शिक्षा प्रदान करना है। उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि “हमारा प्रयास है कि हर युवा को ऐसा मंच मिले जो उसे टेक्नोलॉजी के साथ-साथ नेतृत्व क्षमता भी दे सके।”