MP News: मध्यप्रदेश मध्य विद्युत वितरण कंपनी की प्रेस वार्ता, स्मार्ट मीटर से बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगी 20% टैरिफ छूट

MP News: भोपाल: मध्यप्रदेश मध्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड ने आज अपनी प्रेस वार्ता में स्मार्ट मीटर की विशेषताओं और लाभों की जानकारी दी। कार्यालय महाप्रबंधक मीडिया वर्कशॉप में आयोजित इस वार्ता में कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए कई फायदे लेकर आया है, जिसमें बिजली बिल में पारदर्शिता, सटीकता और 20% टैरिफ छूट प्रमुख हैं। सी. के. पवार ने प्रेस वार्ता में बताया कि स्मार्ट मीटर लगवाने के लिए उपभोक्ताओं से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। यह सुविधा पूरी तरह कंपनी द्वारा वहन की जाएगी। स्मार्ट मीटर में कम्युनिकेशन मॉड्यूल जोड़ा गया है, जिसके जरिए रियल-टाइम डेटा प्राप्त होता है। इससे बिजली की खपत की जानकारी तुरंत उपलब्ध होती है।
MP News: स्मार्ट मीटर के प्रमुख लाभ
20% टैरिफ छूट: स्मार्ट मीटर लगवाने वाले उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट बिजली खपत पर 20% की छूट दी जा रही है। जुलाई महीने में 1 करोड़ 8 लाख रुपये की छूट दी गई, जिसमें भोपाल में 85 लाख रुपये की छूट शामिल है।
पारदर्शी बिलिंग: हर महीने की पहली तारीख को उपभोक्ताओं को उनका बिल प्राप्त होगा। रियल-टाइम और सटीक बिलिंग प्रणाली से मैनुअल हस्तक्षेप पूरी तरह खत्म हो गया है।
15 मिनट में रीडिंग: स्मार्ट मीटर हर 15 मिनट में बिजली की खपत की रीडिंग दर्ज करता है, जिससे उपभोक्ता अपनी खपत पर नजर रख सकते हैं।
मोबाइल ऐप की सुविधा: स्मार्ट मीटर की जानकारी मोबाइल ऐप पर उपलब्ध होगी, जिसमें उपभोक्ता अपनी खपत और बिल की स्थिति देख सकते हैं।
पोस्ट-पेड और प्री-पेड भुगतान: उपभोक्ता ऑनलाइन भुगतान के साथ-साथ प्री-पेड और पोस्ट-पेड दोनों विकल्प चुन सकते हैं। सरकार की योजना प्री-पेड सिस्टम को लागू करने की है।
उच्च सटीकता: स्मार्ट मीटर की एक्यूरेसी 1.0 है, जो बिलिंग में पूर्ण सटीकता सुनिश्चित करता है। आंतरिक वायरिंग की जांच: अगर उपभोक्ता की आंतरिक वायरिंग में कोई खराबी होती है, तो वह कंपनी से संपर्क कर सकता है।
पर्यावरणीय लाभ: स्मार्ट मीटर से ग्रीनहाउस गैसों (CO2) का उत्सर्जन कम होता है और कोयला आधारित बिजली उत्पादन में कमी आती है।
MP News: स्मार्ट मीटर की स्थापना और टेस्टिंग
स्मार्ट मीटर की स्थापना का कार्य एचपीएल, स्नाइडर और लिंक वे जैसी कंपनियां कर रही हैं। भोपाल में कुल 6 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं, जिनमें से 2 लाख मीटर की स्थापना हो चुकी है। कंपनी ने बताया कि साढ़े तीन लाख उपभोक्ताओं में से किसी ने भी मीटर की गुणवत्ता को लेकर शिकायत नहीं की है। सभी मीटरों का टेस्टिंग सीपीआरआई और एनएबीएल की लैब में किया जाता है, और खराब मीटरों को तुरंत रिजेक्ट कर दिया जाता है।
MP News: डिस्प्ले और प्रोग्रामिंग की सुविधा
स्मार्ट मीटर में पुराने मीटर की तरह डिस्प्ले की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा, प्रोग्रामिंग की सुविधा भी दी गई है, जिससे उपभोक्ता अपनी जरूरतों के अनुसार मीटर को प्रोग्राम कर सकते हैं।