CJI BR Gavai: न्यायमूर्ति बीआर गवई बने भारत के मुख्य न्यायाधीश; राष्ट्रपति मुर्मू ने दिलाई शपथ
CJI BR Gavai: नई दिल्ली। न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण (बीआर) गवई ने आज बुधवार को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ ग्रहण की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राजभवन में शपथ दिलाई। जस्टिस गवई ने मंगलवार को सेवानिवृत्त हुए जस्टिस संजीव खन्ना का स्थान लिया। उनकी नियुक्ति की अधिसूचना 30 अप्रैल को कानून मंत्रालय ने जारी की थी। जस्टिस खन्ना ने 16 अप्रैल को उनके नाम की सिफारिश केंद्र सरकार को की थी। जस्टिस गवई का कार्यकाल छह महीने का होगा, और वह 23 दिसंबर 2025 को सेवानिवृत्त होंगे।

CJI BR Gavai: परंपरा के अनुसार, सीजेआई अपने उत्तराधिकारी के रूप में सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश की अनुशंसा करते हैं। जस्टिस गवई वरिष्ठता क्रम में शीर्ष पर थे। जस्टिस गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ। उन्होंने 1985 में वकालत शुरू की और नागपुर नगर निगम, अमरावती विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों के लिए वकील रहे। 1992-93 में बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ में सहायक सरकारी वकील रहे। 2003 में वे बॉम्बे हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश और 2005 में स्थायी न्यायाधीश बने। 24 मई 2019 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
CJI BR Gavai: जस्टिस गवई ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने जैसे ऐतिहासिक फैसलों में हिस्सा लिया। उनकी नियुक्ति से न्यायपालिका में निष्पक्षता और अनुभव की उम्मीद बढ़ी है।

