UP News : चित्रकूट में राम वन गमन पथ को मिलेगा नया आध्यात्मिक आयाम, 5 करोड़ की परियोजना स्वीकृत

- Rohit banchhor
- 26 Jul, 2025
इस परियोजना के लिए 5 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और श्रद्धालुओं की सुविधाएं बढ़ेंगी।
UP News : लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के तहत प्रदेश घरेलू पर्यटन में देश में पहले स्थान पर कायम है। चित्रकूट में भगवान श्रीराम की तपोभूमि को और भव्य बनाने के लिए तीन प्रमुख मार्गों प्रयागराज-चित्रकूट, बांदा-चित्रकूट और कौशांबी-चित्रकूटकृपर भक्ति थीम आधारित भव्य प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं। इस परियोजना के लिए 5 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और श्रद्धालुओं की सुविधाएं बढ़ेंगी।
चित्रकूट को आध्यात्मिक गरिमा-
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि चित्रकूट, जहां भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण ने वनवास के दौरान साढ़े ग्यारह वर्ष बिताए थे, एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। प्रवेश द्वारों को भगवान राम, सीता और लक्ष्मण की छवियों, धार्मिक प्रतीकों, स्थानीय स्थापत्य कला और लोक संस्कृति के आधार पर डिजाइन किया जाएगा। इनका उद्देश्य चित्रकूट की आध्यात्मिक गरिमा को बनाए रखते हुए श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव प्रदान करना है।
राम वन गमन पथ का भव्य स्वरूप-
मंत्री ने कहा कि राम वन गमन पथ को भव्य बनाने के साथ-साथ पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। चित्रकूट न केवल राम वन गमन पथ का महत्वपूर्ण पड़ाव है, बल्कि अयोध्या, प्रयागराज और वाराणसी के साथ मिलकर यह एक आध्यात्मिक त्रिकोण का हिस्सा है। इन प्रवेश द्वारों से चित्रकूट की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान और मजबूत होगी।
यूपी में रिकॉर्ड 65 करोड़ पर्यटक-
जयवीर सिंह ने बताया कि वर्ष 2024 में उत्तर प्रदेश में 65 करोड़ पर्यटकों का आगमन हुआ, जो प्रदेश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है। चित्रकूट के प्रमुख तीर्थ स्थलों जैसे कामदगिरि पर्वत, गुप्त गोदावरी, हनुमान धारा, सती अनुसूया आश्रम और जानकी कुंड में श्रद्धालु भारी संख्या में आते हैं। कामदगिरि पर्वत को धार्मिक नगरी का मूल स्थल माना जाता है, जहां परिक्रमा से पुण्य अर्जित होता है।
पर्यटन को नया आयाम-
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की यह पहल न केवल चित्रकूट को एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगी। प्रवेश द्वारों के निर्माण से पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और राम वन गमन पथ की भव्यता बढ़ेगी। यह परियोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के विजन का हिस्सा है, जिसने उत्तर प्रदेश को घरेलू पर्यटन में शीर्ष स्थान दिलाया है।