Raipur City News : नवा रायपुर में एनएफएसयू और एनएफएसएल का भूमिपूजन, अमित शाह ने शुरू किया 260 करोड़ की परियोजना

- Rohit banchhor
- 22 Jun, 2025
40 एकड़ क्षेत्र में बनने वाले इन दोनों राष्ट्रीय संस्थानों के आधुनिक और सर्वसुविधायुक्त परिसरों के लिए प्रारंभिक रूप से 260 करोड़ रुपये (प्रत्येक के लिए 130 करोड़) स्वीकृत किए गए हैं।
Raipur City News : रायपुर। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नवा रायपुर के ग्राम बंजारी में राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) और राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला (एनएफएसएल) के भवनों का भूमिपूजन किया। 40 एकड़ क्षेत्र में बनने वाले इन दोनों राष्ट्रीय संस्थानों के आधुनिक और सर्वसुविधायुक्त परिसरों के लिए प्रारंभिक रूप से 260 करोड़ रुपये (प्रत्येक के लिए 130 करोड़) स्वीकृत किए गए हैं। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का क्षण-
एनएफएसएल देश की सबसे उन्नत फोरेंसिक प्रयोगशाला होगी, जो साइंटिफिक इन्वेस्टीगेशन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। यह छत्तीसगढ़ में अपराध जांच को और सटीक व तेज बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। वहीं, एनएफएसयू फोरेंसिक विज्ञान, अपराध विज्ञान, खोजी अनुसंधान और फोरेंसिक मनोविज्ञान जैसे क्षेत्रों में उच्च स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करेगा। वर्ष 2020 में राष्ट्रीय महत्व का दर्जा प्राप्त इस संस्थान की स्थापना से राज्य के युवाओं को विशेषज्ञता हासिल करने का सुनहरा अवसर मिलेगा।
भव्य परिसर का निर्माण-
नवा रायपुर के बंजारी में बनने वाला यह परिसर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। दोनों संस्थानों के भवनों का डिजाइन वैज्ञानिक अनुसंधान और शिक्षा के लिए अनुकूल होगा, जो छत्तीसगढ़ को फोरेंसिक विज्ञान के क्षेत्र में देश का अग्रणी केंद्र बनाएगा।
कार्यक्रम में शामिल हुए दिग्गज-
भूमिपूजन समारोह में सांसद बृजमोहन अग्रवाल, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस, विधायक किरण देव, इंद्र कुमार साहू, अनुज शर्मा, गुरु खुशवंत साहेब, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम और गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की मौजूदगी ने इस अवसर को और खास बना दिया।
छत्तीसगढ़ के लिए नया अध्याय-
यह परियोजना न केवल छत्तीसगढ़ के लिए बल्कि पूरे देश के लिए फोरेंसिक विज्ञान और अपराध जांच के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगी। अमित शाह ने इस अवसर पर कहा कि ये संस्थान भारत की न्यायिक प्रणाली को और मजबूत करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसे राज्य के विकास में एक नया अध्याय करार दिया।