MP News : 3000 ट्रैक्टरों का सैलाब, किसानों ने CM डॉ. मोहन यादव को कहा 'किसान पुत्र' धन्यवाद, भावांतर योजना से सोयाबीन पर MSP की गारंटी

- Rohit banchhor
- 12 Oct, 2025
दशहरा मैदान पर सभा में उन्होंने CM को 'किसान पुत्र' करार देते हुए वादा किया कि वे हमेशा सरकार के साथ खड़े रहेंगे।
MP News : उज्जैन। सोयाबीन की फसल पर मंडी भाव से कम दाम मिलने की चिंता में डूबे किसानों के चेहरों पर रविवार को मुस्कान लौट आई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की भावांतर योजना की घोषणा ने न केवल आर्थिक राहत दी, बल्कि पूरे किसान समुदाय को एकजुट कर दिया। उज्जैन की कृषि उपज मंडी से शुरू हुई ऐतिहासिक 'धन्यवाद ट्रैक्टर रैली' में करीब 3000 ट्रैक्टरों का विशाल काफिला सड़कों पर उतर आया। रैली के दौरान किसानों ने 'मोहन भैया की जय' के नारों से शहर गूंज उठा, और दशहरा मैदान पर सभा में उन्होंने CM को 'किसान पुत्र' करार देते हुए वादा किया कि वे हमेशा सरकार के साथ खड़े रहेंगे।
भावांतर योजना: MSP से कम बिक्री पर सरकार देगी अंतर की राशि, पंजीयन 3 अक्टूबर से शुरू-
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 25 सितंबर को सागर जिले के जैसीनगर में सभा के दौरान सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए भावांतर योजना की घोषणा की थी। केंद्र सरकार द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5328 रुपये प्रति क्विंटल के मुकाबले मंडी में अगर भाव कम मिले, तो सरकार अंतर की राशि सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर करेगी। पंजीयन प्रक्रिया 3 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है, जो 17 अक्टूबर तक चलेगी, और योजना 24 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में प्रभावी हो जाएगी। उज्जैन के किसान नेता रामस्वरूप पटेल ने बताया, "प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़ और येलो मोजेक वायरस ने हमारी फसल बर्बाद कर दी थी। CM का यह फैसला हमें नई जिंदगी दे रहा है। हमारा घाटा नहीं, बल्कि लाभ सुनिश्चित हो गया।" योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को नजदीकी मंडी या ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जिला कलेक्टरों की रिपोर्ट्स के आधार पर राशि तुरंत वितरित की जाएगी।
मंडी से दशहरा मैदान तक हर्षोल्लास, पुलिस ने संभाली व्यवस्था-
रविवार सुबह 10 बजे चिमनगंज मंडी प्रांगण से रैली का आगाज हुआ। देखते ही देखते मंडी का परिसर ट्रैक्टरों से पट गया। हर ट्रैक्टर पर बैनर लहरा रहे थे,'भावांतर योजना के लिए CM मोहन को धन्यवाद', 'किसान पुत्र की जय'। किसान पारंपरिक वेशभूषा में सजे, ढोल-नगाड़ों के साथ नारे लगाते हुए शहर के मुख्य मार्गों फ्रीगंज, विवेकानंद नगर और देवास रोड से गुजरे। रैली में महिलाएं और युवा किसान भी सक्रिय दिखे, जो योजना को 'क्रांतिकारी कदम' बता रहे थे। सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के साथ पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्जन और बैरिकेडिंग की। कोई अप्रिय घटना न होने से रैली शांतिपूर्ण रही।
दशहरा मैदान पर आभार सभा: 'मोहन भैया के बिना किसान अधूरे'-
रैली का समापन दशहरा मैदान पर विशाल आभार सभा से हुआ। यहां मंच पर किसान संगठनों के पदाधिकारी, स्थानीय BJP नेता और हजारों किसान जुटे। सभा में वक्ताओं ने CM डॉ. यादव की सराहना की, कहा कि यह योजना न केवल आर्थिक स्थिरता लाएगी, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगी। एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से अन्य फसलों पर भी MSP लागू करने की मांग की गई। किसान नेता कैलाश चौधरी ने कहा, "यह रैली उज्जैन के इतिहास में दर्ज हो गई। CM ने विपरीत परिस्थितियों में हमारी आय स्थिर की।" सभा में संकल्प लिया गया कि किसान सरकार की हर योजना में सहयोग करेंगे। इंदौर और रतलाम जैसे जिलों में भी इसी तरह की रैलियां हो चुकी हैं, जहां मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने किसानों को संबोधित किया था।